उस महासमर में जब अपने ही खड़े थे अपनों के सामने तुम ही तो आये थे तब बनकर कुशल सारथी धर्मरथ को थामने । उस महासमर में जब अपने ही खड़े थे अपनों के सामने तुम ही तो आये थे तब बनकर कुशल सार...
चाहता हूं मैं तुम्हे इतना कोई चाह नहीं पाएगा! चाहता हूं मैं तुम्हे इतना कोई चाह नहीं पाएगा!
मेरे अपनों से इसीलिए सिंगल हूँ मैं हा, मैं सिंगल हूँ। मेरे अपनों से इसीलिए सिंगल हूँ मैं हा, मैं सिंगल हूँ।
तुम! 'तुम' होकर कब लौटोगे...? तुम! 'तुम' होकर कब लौटोगे...?
गिरकर उठा हूं अभी अभी, अभी हाथ थामने ना आना तुम... गिरकर उठा हूं अभी अभी, अभी हाथ थामने ना आना तुम...
1944 मे भारतीय दबदबा बनाकर अंग्रेजों से भारत के कुछ हिस्से जीत गए। 1944 मे भारतीय दबदबा बनाकर अंग्रेजों से भारत के कुछ हिस्से जीत गए।